हरियाणा के ईमानदार छवी वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया पर भडक उठे और कैमरे के सामने ही मीडिया को तमीज में रहने की सलाह देते नजर आए। जब एक मीडियाकर्मी ने शनिवार को मुख्यमंत्री जी से पूछ लिया कि अधिकारी सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों की अपने आप कार्यवाही करके सबमिट कर देते हैं तो इस सवाल पर मुख्यमंत्री जी भडक गए और मीडियो को अडिकेट्स सीखने की सलाह देने लगे।
खट्टर का हरियाणा शर्मिंदा है- गैंगरेप पीडित की मौत
हरियाणा के ईमानदार छवी वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया पर भडक उठे और कैमरे के सामने ही मीडिया को तमीज में रहने की सलाह देते नजर आए। जब एक मीडियाकर्मी ने शनिवार को मुख्यमंत्री जी से पूछ लिया कि अधिकारी सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों की अपने आप कार्यवाही करके सबमिट कर देते हैं तो इस सवाल पर मुख्यमंत्री जी भडक गए और मीडियो को अडिकेट्स सीखने की सलाह देने लगे।मुख्यमंत्री का एकदम से यूं गर्म होना मीडियाकर्मियों के लिए भी अचंभित करने वाला था। चलिए आपको सिलसिलेवार बताते हैं मुख्यमंत्री जी ने क्या कुछ कहा-मनोहरलाल खट्टर: मीडिया ऐसे नहीं बोलता, मीडिया प्रश्न पूछता है आरोप नहीं लगाता है प्रश्न पूछो न, सुनो आप प्रश्न पूछों न। बाकी मुझे ज्यादा पता है मित्र…मीडियाकर्मी: पता होता तो ऐक्शन भी होता…मनोहरलाल खट्टर: हो रहा है कल भी दो लोग सस्पेंड किए हैं, शिष्टाचार सीखो मीडिया के, मुझे आपकी नहीं सुननी है, मुझे जनता की सुननी है…मीडियाकर्मी: मीडिया की नहीं सुननी है…मनोहरलाल खट्टर: नहीं मीडिया की नहीं सुननी है, मीडिया सिर्फ पूछ सकता है, मीडिया माध्यम है, जनता की बात बताओगे तो ठीक है, बोलने की तमीज ठीक करो आपकी…क्या है इसपर दस्तक इंडिया की राय:-खैर ये ज्यादा बडी बात नहीं थी। मुख्यमंत्री चाहते तो पत्रकार के सवाल को टाल भी सकते थे। इस घटना से पत्रकार का कितना नुकसान होगा ये तो पता नहीं लेकिन खुद मुख्यमंत्री खट्टर की छवी और पार्टी का कितना नुकसान होगा उसका आकलन लगाना मुश्किल होगा। ये वाक्य आया भी ऐसे समय है जब 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारीयां तेज हो गई है। हरियाणा में तो लोकसभा चुनाव के बाद ही विधानसभा के भी चुनाव हैं। ऐसे समय मुख्यमंत्री को चाहिए था कि वो संयम से काम लें ताकी इसका नुकसान उनकी पार्टी को न उठाना पडे। ये समय मीडिया से करीबी बढाने का है न की दूरी बढाने का।
मुख्यमंत्री का एकदम से यूं गर्म होना मीडियाकर्मियों के लिए भी अचंभित करने वाला था। चलिए आपको सिलसिलेवार बताते हैं मुख्यमंत्री जी ने क्या कुछ कहा-
मनोहरलाल खट्टर: मीडिया ऐसे नहीं बोलता, मीडिया प्रश्न पूछता है आरोप नहीं लगाता है प्रश्न पूछो न, सुनो आप प्रश्न पूछों न। बाकी मुझे ज्यादा पता है मित्र…
मीडियाकर्मी: पता होता तो ऐक्शन भी होता…
मनोहरलाल खट्टर: हो रहा है कल भी दो लोग सस्पेंड किए हैं, शिष्टाचार सीखो मीडिया के, मुझे आपकी नहीं सुननी है, मुझे जनता की सुननी है…
मीडियाकर्मी: मीडिया की नहीं सुननी है…
मनोहरलाल खट्टर: नहीं मीडिया की नहीं सुननी है, मीडिया सिर्फ पूछ सकता है, मीडिया माध्यम है, जनता की बात बताओगे तो ठीक है, बोलने की तमीज ठीक करो आपकी…
अपनी कमाई सरकार के खाते में जमा कराएं खिलाडी- हरियाणा सरकार
#WATCH Heated exchange between Haryana CM ML Khattar and a journalist on issue of delay in addressal of grievances received on 'CM window' pic.twitter.com/sY7axKqeAM
— ANI (@ANI) July 7, 2018