इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2018 की नीलामी आज से बेंगलुरु में शुरु हो चुकी है। इस सीजन में 361 भारतीयों सहित 580 खिलाड़ियों की नीलामी की जा रही है। अभी तक चौंकाने वाली बात यह रही है कि युवराज सिंह और गौतम गंभीर को उम्मीद से बहुत ही ज्यादा कम कीमत मिली। शिखर धवन को राइट-टू-मैच के जरिए सनराइज हैदराबाद ने खरीद लिया है, तो और अश्विन किंग्स इलेवन के पाले में गए हैं., वहीं अजिंक्य रहाणे को राइट टू मैच के जरिए राजस्थान रॉयल्स ने फिर से अपनी टीम में ले लिया है, तो वहीं इंग्लैंड के बेन स्टोक्स ने 12.30 करोड़ रुपये झटक कर सभी को हैरान कर दिया है। आज और कल रविवार को यह नीलामी दो दिन चलेगी। हिंदुस्तानी ही नहीं बल्कि दुनिया भर के तमाम क्रिकेटप्रेमियों की नजरें खिलाड़ियों की बोली पर टिकी होंगी।
बड़ी खबर यह रही कि रविचंद्रन अश्विन अब चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा नहीं रहे। वह अब पंजाब के लिए खेलते दिखेंगे। बेन स्टोक्स को राजस्थान रॉयल्स ने साढ़े 12 करोड़ रुपए में खरीदा जबकि मिचेल स्टार्क को केकेआर ने 9 करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदा। गेल में अब वह दम नहीं दिखता जो पहला हुआ करता था। ऐसे में उन्हें नहीं खरीदना हैरानीभरा फैसला नहीं लगा।
क्या हैं खरीददारी के नियम
फ्रैंचाइजी कम से कम (18) और अधिकतम (25) खिलाड़ियों की टीम बना सकती है। एक टीम को खरीदने के लिए फ्रैंचाइजी कम से कम 60 करोड़ रुपए खर्च कर सकती है। किसी एक फ्रैंचाइजी में अधिकतम 8 विदेशी खिलाड़ियों को रखा जा सकता है।
ये हैं कीमती भारतीय खिलाडी
कीमत में भारतीय खिलाड़ियों की बात करें, तो दिल्ली डेयर डेविल्स ने युवराज सिंह को दो करोड़ और गौतम गंभीर को 2 करोड़ अस्सी लाख रुपये में खरीदा. वहीं, किंग्स इलेवन पंजाब ने शिखर धवन को पांच करोड़ बीस लाख रुपये में खरीदा था, लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद ने राइट टू मैच कार्ड अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शिखर को फिर से अपने पाले में ले लिया, तो वहीं तो रविचंद्रन अश्विन को पंजाब ने सात करोड़ साठ लाख रुपये में खरीदा है. अजिंक्य रहाणे कोे किंग्स इलेवन पंजाब ने 4 करोड़ रुपये में खरीदा था, जिसे बाद में राजस्थान रॉयल्स ने राइट टू मैच कार्ड के जरिए फिर से अपनी टीम में ले लिया.
दूसरे राउंड में हरभजन सिंह को चेन्नई सुपर किंग्स ने दो करोड़ रुपये में खरीदा, तो गौतम गंभीर को इस बार सिर्फ दो करोड़ व अस्सी लाख ही मिल सके. गंभीर को डेयर डेविल्स ने खरीदा, वहीं आईपीएल के इतिहास में दो बार सबसे ज्यादा कीमत में बिकने वाले युवराज सिंह को सिर्फ दो करोड़ रुपये ही मिल सके. युवराज को दिल्ली डेयर डेविल्स ने खरीदा।
टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल के लिए बोली लगना शुरू हुई। राहुल का बेस प्राइस दो करोड़ रुपए है। मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स ने राहुल को अपने साथ जोड़ने के लिए भरसक प्रयास किए। किंग्स इलेवन पंजाब और SRH भी इस फाइट में शामिल हो गए। आखिरकार पंजाब ने राहुल को 11 करोड़ रुपए में खरीदा। RCB ने RTM का इस्तेमाल नहीं किया।
बल्लेबाजों के पूल की शुरुआत हुई। सबसे पहले युवा बल्लेबाज करुण नायर की बोली लगी, जिनकी बेस प्राइस 50 लाख रुपए है। किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के बीच युवा क्रिकेटर को खरीदने का घमासान देखने को मिला। आखिरकार, किंग्स इलेवन पंजाब ने 5 करोड़ 60 लाख रुपए में नायर को खरीदा। दिल्ली डेयरडेविल्स ने नहीं किया RTM का उपयोग।
विदेशी खिलाडियों पर हुई पैसों की बारिश
मार्की खिलाड़ियों के दूसरे पूल में भारतीय खिलाड़ियों की उम्मीद के मुताबिक बोली नहीं लगी जबकि विदेशी खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश हुई। ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल को 9 करोड़ रुपए में दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा। गौतम गंभीर दो करोड़ 80 लाख रुपए में अपने घर दिल्ली लौटे। पहले के एडिशन की नीलामियों में सबसे महंगे खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले युवराज सिंह को किंग्स इलेवन पंजाब ने उनके बेस प्राइस दो करोड़ रुपए में ही खरीदा।