Ration Card: बिहार में सरकार ने राशन कार्ड धारकों की असल पहचान करने के लिए केवाईसी योजना शुरु की है। अधिकारियों के मुताबिक उन सभी नागरिकों को राशन मिलना स्वत: ही बंद हो जाएगा जो अपनी केवाईसी नहीं कराएंगे। सरकार के अनुसार ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि गरीब लोगों तक मुफ्त राशन पहुंच सके और गलत तरीके से राशन कार्ड बनवाने वाले जो इस दायरे में नहीं आते वो पकड़ में आ सकें। बिहार राज्य के खाद्य कमिश्नर सौरभ बाबू ने सभी जिलों के मजिस्ट्रेट और जिला स्पलाई अधिकारी को ये आदेश जारी किए हैं।
इस तारीख तक कराएं केवाईसी-
राशन कार्ड के लिए अब बिहार में ई-केवाईसी कराना जरुरी हो गया है। इसके लिए एक निर्धारित सीमा भी रखी गई है। सभी राशन कार्ड डीलरों को किसी भी कीमत पर 25 जून तक ई-केवाईसी पूरी करनी होगी। इसमें मृत राशनकार्ड धारक का नाम भी सूची से बाहर करना होगा जिससे राशनकार्ड डीलर राशन को लेकर किसी प्रकार का घपला न कर पाएं।
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इन सदस्यों के नाम राशन कार्ड से हटाए जाएंगे-
परिवार के उन सदस्यों के नाम राशन कार्ड से हटाए जाएंगे जो मृत हो चुके हैं और परिवार की उस बेटी का नाम भी हटाया जाएगा जो शादी के बाद अपनी ससुराल जा चुकी है, इससे राशन को लेकर किए जा रहे घपलों में कमी दर्ज की जाएगी।
राशन कार्ड डीलरों को दी जा रही है ट्रेनिंग-
राशनकार्ड धारक नागरिकों की ई-केवाईसी करने के लिए राशन कार्ड डीलरों को सरकार ट्रेनिंग भी दे रही है। इन्हें ई-केवाईसी के बारे में जानकारी दी जा रही है और कैसे इसे करना है ये भी सिखाया जा रहा है, ताकि इस प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके। साथ ही अगर डीलर इस प्रक्रिया में कोई गड़बड़ करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है।
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