TDP: लोकसभा चुनाव के नतीजे जब से आए हैं, तभी से चंद्रबाबू नायडू की TDP और नीतीश कुमार की JDU की अहमियत बहुत बढ़ गई है। यही वजह है कि अब दोनों ही पर्टियों की ओर से प्रमुख मंत्रालय की मांग हो रही है। सूत्रों के हवाले से ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों ही पर्टियों ने एनडीए के आगे 6 बड़े मंत्रालयों की मांग की है। इसके अलावा TDP लोकसभा स्पीकर का पद भी चाहती है। बुधवार 5 जून को दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हुए थे।
TDP एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी-
इसके अलावा ध्यान देने वाली बात यह है कि एनडीए की बैठक में वह पीएम मोदी के बगल में वह बैठे हुए नजर आए, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुई, नायडू के बगल में नीतीश कुमार भी बैठे हुए नजर आए। TDP इस समय एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। जिसने 16 सीटों पर जीत हासिल की है। उसके बाद तीसरा नंबर JDU का है, जिसके पास 12 सांसद हैं।
TDP के मांगों की एक लिस्ट-
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के सूत्रों का कहना है कि TDP ने साफ यह कर दिया है कि मोदी सरकार 3.o में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि वह भाजपा को अपनी मांगों की एक लिस्ट भी दे चुके हैं। इसमें लोकसभा अध्यक्ष का पद और कम से कम पांच विभाग शामिल हैं। जिनकी डिमांड उन्होंने की है। TDP ने वित्त मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय जैसे विभागों को भी अपने हिस्से में लेने की मांग की है।
स्पीकर का पद-
इसके अलावा TDP स्पीकर का पद इसलिए चाहती है, क्योंकि लोकसभा में सबसे ज्यादा ताकतवर पद स्पीकर का माना जाता है और संसद की स्थिति में स्पीकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पार्टी के पूर्व नेता जीएमसी बाल योगी ने साल 1998 से 2002 तक अटल बिहारी वाजपेई सरकार में स्पीकर के रूप में कार्य किया था। TDP के एक सांसद का कहना है कि पार्टी ग्रामीण विकास आवास और शहरी मामले, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जल शक्ति मंत्रालय और बंदरगाह पर शिपिंग जैसे मंत्रालय चाहती है।
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TDP को बहुतमत-
इसके साथ ही वह मंत्रालय में एक जूनियर मंत्री रखने के भी इच्छुक हैं। क्योंकि आंध्र प्रदेश को अभी धन की जरूरत है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में भी TDP को बहुतमत मिली है। एनडीए ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि नीतीश कुमार ने भी मांग कर दी है। उन्होंने बिहार को विशेष दर्जा देने की भी मांग की है, इसके साथ ही जेडीयू ने चार सांसद पर एक मंत्रालय का फार्मूला सरकार के सामने रख दिया है। JDU के 12 सांसद है, इसलिए वह ना सिर्फ तीन मंत्रालय की मांग कर रहे हैं। नीतीश कुमार चाहते हैं कि उनके खाते में रेल, वित्त मंत्रालय और कृषि आ जाए। इन सभी में रेल मंत्रालय को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है।
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