C Type Cable: भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है जिसका असर हर भारतीय के जीवन पर पड़ेगा। जून 2025 तक, देश में बिकने वाले सभी स्मार्टफोन और टैबलेट में एक ही तरह का चार्जिंग पोर्ट होगा। यह कदम यूरोपीय संघ के 2022 के नियमों की तरह है। यानी भारत में स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए एक ही चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल होगा। जिससे आम आदमी की जिंदगी आसान होगी।
आम जनता पर प्रभाव-
27 वर्षीय राहुल सिंह, जो दिल्ली में एक IT कंपनी में काम करते हैं, कहते हैं, “मेरे पास तीन अलग-अलग फोन हैं – एक पर्सनल, एक ऑफिस का, और एक पुराना। हर फोन के लिए अलग चार्जर रखना पड़ता है जिससे बड़ी परेशानी होती है। अगर सभी फोन एक ही चार्जर से चार्ज हो सकेंगे, तो यह बहुत आसान हो जाएगा।”
लैपटॉप भी होंगे शामिल-
सूत्रों के अनुसार, 2026 तक यह नियम लैपटॉप पर भी लागू हो सकता है। हालांकि, फीचर फोन, ऑडियो उत्पाद और वियरेबल्स अभी इस नियम से बाहर रखे गए हैं।
पर्यावरण संरक्षण की पहल-
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया, “हमारा उद्देश्य ई-कचरे को कम करना है। अलग-अलग चार्जर और केबल से बहुत सारा कचरा पैदा होता है। एक समान चार्जिंग पोर्ट से यह समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।”
USB Type-C होगा मानक-
रिपोर्ट के अनुसार, USB Type-C कनेक्टर को इस मैंडेट के लिए चुना जा सकता है। यह तेज चार्जिंग और डेटा ट्रांसफर की सुविधा देता है।
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सुनीता की राय-
मुंबई की रहने वाली सुनीता पाटिल, जो एक स्कूल टीचर हैं, कहती हैं, “मैं तकनीक में उतनी माहिर नहीं हूं। अक्सर मुझे अपने बच्चों से पूछना पड़ता है कि कौन सा चार्जर किस डिवाइस के लिए है। अगर सब कुछ एक जैसा हो जाएगा, तो मेरे जैसे लोगों के लिए यह बहुत अच्छा होगा।”
यह नया नियम न सिर्फ उपभोक्ताओं के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करेगा। हालांकि, इसके कार्यान्वयन और प्रभाव को देखने के लिए हमें 2025 तक इंतजार करना होगा।
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