Lok Sabha Speaker: लोकसभा में आज स्पीकर पद के लिए चुनाव होने वाला है, जिसे लेकर सरकार और विपक्ष के बीच पहला शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है। स्पीकर चुनाव के लिए एनडीए के ओम बिरला और कांग्रेस के सांसद सुरेश को विपक्ष का उम्मीदवार बनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम और सभी दलों से उन्हें सर्वसम्मति से चुनने का आग्रह भी करेंगें। जिसके बाद वोटिंग के आधार पर पद के लिए उम्मीदवार चुना जाएगा। वैसे तो नंबर गेम देखा जाए तो ओम बिरला के जितने के चांसेस हैं, लेकिन इसके बाद भी इंडिया अलायंस ने अपने उम्मीवार को क्यों उतारा इसकी जानकारी के सुरेश नें खुद दी।
कांग्रेस सांसद के सुरेश कुमार-
जब विपक्ष के उम्मीदवार कांग्रेस सांसद के सुरेश कुमार से यह पूछा गया कि लोकसभा स्पीकर के पद के लिए ओम बिरला के पक्ष में नंबर ज्यादा है, तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि नंबर कोई मुद्दा नहीं है, बल्कि एकमात्र परंपरा है, सत्ता रुढ़ी पार्टी एनडीए ने परंपरा को तोड़ा है और इसीलिए हम चुनाव लड़ रहे हैं। लोकसभा स्पीकर पद के चयन को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं हुई। जिसके बाद स्पीकर पद के लिए एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार बिरला और विपक्षी दलों के सदस्य के बीच मुकाबला होने वाला है।
चुनाव जीतना तय-
हालांकि सदन में संख्या बल की बात की जाए, तो एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का आसानी से चुनाव जीतना तय माना जा रहा है। फिलहाल लोकसभा में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के पास कुल 293 सांसद हैं, वहीं दूसरी और इंडिया गठबंधन के पास कुल 235 सांसद है। इसमें से पांच सांसदों ने अब तक शपथ भी नहीं ली है। लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार के लिए टीएमसी की एक तरफा निर्णय टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद के सुरेश का कहना है कि कल शाम को सब कुछ साफ हो गया।
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स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग-
उनके नेता डेरेक ऑब्रायन और कल्याण बनर्जी कल शाम को मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इंडिया लाइंस की बैठक में शामिल हुए थे और उन्हें स्थिति के बारे में पता है और वह सहयोग भी करेंगे। वहीं सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि विपक्ष स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग से बचना चाहता है। विपक्ष वॉइस बोर्ड से ही स्पीकर के चुनाव के पक्ष में है। विपक्ष ने संख्या बल की कमी की वजह से यह स्ट्रेटजी बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, यह भी कहा जा रहा है कि अगर वोटिंग की बात आई, तो विपक्ष सदन से वॉकआउट कर सकता है।
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