पिछले दो दिन 27 और 28 तारीख को दिल्ली में हुआ SSC(स्टाफ सेलेक्शन कमीशन) के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन रंग ला रहा है। देश के कोनों कोनों से आए छात्रों को मीडिया की तरफ से केवल एनडीटीवी के रवीश कुमार का साथ मिला है। इससे छात्रों में भी खासा उत्साह दिखा। छात्रों के प्रदर्शन के बाद एसएससी भी एक्शन में आया और 2015 में परीक्षा उत्तरीन करने वाले करीब 500 छात्रों को जोइनिंग लेटर भेजने की बात कही है।
एसएससी के खिलाफ दिल्ली के सीजीओ काम्प्लेक्स में धरना दे रहे छात्रों का आज तीसरा दिन है। छात्रों ने दो रात इन छात्रों ने सड़क पर बैठकर बिता दी है। ये छात्र स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इनका आरोप है स्टाफ सेलेक्शन कमीशन खुद ही पेपर लीक करता है और फिर उसे कैंसिल कर देता है और हमारी सालों की गई तैयारी बर्बाद हो जाती है।
छात्रों का आरोप है कि जब परीक्षाएं ऑनलाइन होती हैं तो परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र कौन लीक कर देता है। बिना एसएससी की मिलीभगत के प्रश्नपत्र लीक नहीं हो सकते। कमीशन ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि रिश्वत देकर नकल करने वाले छात्र परीक्षा में पास हो सकें। छात्रों ने इसके लिए सीबीआई जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके, दोषियों को सजा मिल सके और उनकी सालों की गई मेहनत बर्बाद न हो।
छात्र ट्विटर इंडिया से भी नाराज हैं। उनका कहना है कि बुधवार को उनका अभियान ट्विटर पर नंबर वन पर ट्रेंड कर रहा था। लेकिन एकदम से ये टॉपिक ट्रेंडिंग लिस्ट से गायब हो जाता है। जबकि आमतौर पर ऐसा नहीं होता। टॉपिक धीरे धीरे ट्रेंडिंग लिस्ट में नीचे जाता हुआ खत्म होता। आरोप ये भी है कि पीएमओ इंडिया को ट्वीट करने पर उनके एकाउंट्स ब्लॉक कर दिए गए। बावजूद इसके छात्रों के हौसले बुलंद हैं और एक नई क्रांति की शुरुआत हो चुकी है।