अमेरिका में फिर बड़ा संकट पैदा हो गया है। सिर्फ तीन हफ्तों के अन्दर दूसरी बार है जब अमेरिका की सरकार को शटडाउन होना पड़ा हो। केंटकी से सीनेटर रैंड पॉल द्वारा बजट करार पर अपना वोट रोके रहने की वजह को शुक्रवार को बजट पारित नहीं हो सका, जिससे सरकारी कामकाज फिर ठप हो गया। समाचार पत्र ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक, सीनेटर्स को अभी भी बजट करार के पक्ष में वोट डाले जाने की उम्मीद है, जो देर रात लगभग एक बजे शुरू हो सकती है। यदि सदन ने समझौते को मंजूरी दे दी, तो सरकारी कामकाज सोमवार से पहले फिर शुरू हो जाएगा।
बजट करार में भारी खर्च सीमा से नाराज रिपब्लिकन पार्टी के पॉल ने संशोधन की मांग करते हुए घंटों की देरी की। पॉल ने कहा कि आज रात मेरे यहां होने का कारण लोगों को जवाबदेही के लिए मजबूर करना है। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग असहज महसूस करें। मैं चाहता हूं कि वे घर बैठे लोगों को जवाब दें, जिन्होंने कहा था, ‘आप राष्ट्रपति ओबामा के समय में राजकोषीय घाटे के खिलाफ थे लेकिन रिपब्लिकन के घाटे पर आपका क्या रुख है?’
हालांकि अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका नहीं, जब सरकार को शटडाउन से जूझना पड़ा हो। इससे पहले अक्टबूर 2013 में बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहने के दौरान भी दो हफ्तों तक संघीय एजेंसियों को बंद करना पड़ा, जिस कारण 8 लाख कर्मचारियों को बगैर वेतन के घर बैठना पड़ा था। वहीं 1981, 1984, 1990 और 1995-96 में भी शटडाउन की नौबत आ चुकी है।