उत्तरप्रदेश के आगरा से एक महिला पत्रकार दामिनी माहौर के साथ छेडछाड का मामला सामने आया है। पीडित पत्रकार ने इसकी जानकारी अपने फेसबुक अकाउंट से सांझा की। इस पोस्ट के वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई और उसने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार एएसपी श्लोक कुमार ने कहा “हमें इस घटना की जानकारी ट्वीट से लगी थी। इस ट्वीट के आधार पर हमने महिला से संपर्क कर शिकायत दर्ज की। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनपर छेड़छाड़ और पीछा करने का मामला दर्ज किया गया है।”
इससे पहले 28 जनवरी को फेसबुक पर दामिनी ने लिखा था-
और ये है पूरा वाक़्या….
25 जनवरी 2018 रात 8 बजे मैं भगवान टॉकीज़ से एम जी रोड पर जा रही थी।भगवान टॉकीज़ से ये दो नौजवान युवक,जो कि नशा किये हुए थे।मुझे इशारे करते हुए मेरे साथ साथ चलने लगे।मैंने पहले तो इनको नज़रअंदाज़ किया लेकिन थोड़ी देर बाद ये मुझसे बात करने की कोशिश करने लगे।सूरसदन पर आकर मैंने अपना रास्ता बदल लिया और दूसरी तरफ मुड़ गयी। वहीं ये लोग भी पीछे पीछे आ गए। जब मैं बहुत परेशान हो गयी तो मैं इन दोनों की गाड़ी के नम्बर की फोटो खींचने लगी तो पीछे बैठा युवक बोला कि नम्बर फ़र्ज़ी है।फिर जब मैंने उसकी फोटो ली तो वो अलग अलग पोज़ देने लगा।जैसा कि आप फोटो में देख सकते हैं।शर्म और डर नाम की कोई चीज़ इनके चेहरे पर दिखाई नहीं दे रही।
बात यहीं खत्म नहीं हुई।मैंने घर आकर महिला हेल्प लाइन नम्बर ‘1090’ पर फोन किया और अपनी कम्प्लेंट रजिस्टर करानी चाही।तो वहाँ मेरी बात सुनने के बाद बोला गया कि आपके पास कम्प्लेंट रजिस्टर का नम्बर आएगा। और आज 4 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कम्प्लेंट रजिस्टर नहीं मिला जहां मुझे ‘महिला हेल्प लाइन’ सेवा नाकाम होती दिखी।
ये युवक तो चले गए बेशर्मों की तरह… पर मुझे शर्म आयी हमारी महिला हेल्प लाइन पर हमारी पुलिस पर सरकार पर जिसका कोई ख़ौफ़ इन बेशर्म लड़कों की शक्ल पे दूर दूर तक नज़र नहीं आ रहा।इन्होंने मेरे साथ जो किया वो गुनाह इतना बड़ा नहीं था।पर ऐसी मानसिकता वाले ये लड़के जिन्हें पुलिस का कोई ख़ौफ़ नहीं यही लड़के आज अगर किसी को छेड़ रहे है तो कल किसी का बलात्कार भी इसी बेशर्मी से कर के किसी लड़की की ज़िंदगी बर्बाद कर देंगे। नेता पहुंच जाएंगे कैंडल जला कर अपना चेहरा चमकाने के लिये।और हाथ पर हाथ रख कर बैठी रह जायेगी ये नाम की महिला हेल्प लाइन ,पुलिस और सरकारें।
आज मुझे बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि
मुझे शर्म है ऐसी वूमेन हेल्पलाईन और योगी आदित्यनाथ पर।