स्विट्जरलैंड में 23 से 26 जनवरी तक आयोजित हो रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की वार्षिक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाहिद खाकान अब्बासी के बीच द्विपक्षीय मीटिंग की कोई योजना नहीं है। ये जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई है। लेकिन,अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाक़ान अब्बासी से उनके मिलने की संभावना नहीं है।
भारतीय प्रधानमंत्री 21 साल बाद दावोस जा रहे हैं। इससे पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवैगौड़ा वहां गये थे। अगले बननेवाले विदेश सचिव विजय गोखले ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी जानकारी में डोनाल्ड ट्रंप उस समय दावोस में नहीं होंगे जब वहां प्रधानमंत्री मोदी वहां रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दावोस में अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय को मुख्य संदेश यह रहेगा कि भारत अब खुला हुआ देश है और कारोबार के लिये तैयार है। उसने प्रमुख सुधार किये हैं और यह दुनिया में सबसे तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
गोखले ने बताया कि पीएम मोदी 23 जनवरी को मुख्य सत्र में मुख्य उद्बोधन देंगे। उनके अनुसार मोदी का दावोस में करीब 24 घंटे का संक्षिप्त प्रवास ही रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान उनकी स्विस राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी तथा विश्व के कई नेताओं के मुलाकात का भी कार्यक्रम बनाया जा रहा है। दावोस में उसी दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री भी होंगे, उस मौके पर कहीं मोदी और अब्बासी के बीच अनौपचारिक या औपचारिक भेंट होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर गोखले ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसी कोई बैठक की योजना नहीं है।