अजय चौधरी
फरीदाबाद। हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद पर पुन: बहाली के बाद अशोक तंवर ने पहली बार बड़ी रैली को संबोधित किया और परिवर्तन की हुंकार भरी। तंवर ने परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह साल संघर्ष का साल है इसलिए कांग्रेसियों को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुटता के साथ भाजपा की जनविरोधी नीतियों के विरोध में खड़ा होकर जनता की आवाज बनना होगा। क्योंकि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से ऊब चुकी है और वह कांग्रेस पार्टी को ही एक विकल्प के रुप में देख रही है।
फरीदाबाद में आयोजित अशोक तंवर की इस रैली को और तंवर के दोबारा अध्यक्ष चुने जाने को कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे की हार के रूप में देखा जा रहा है। तंवर ने इशारों इशारों में ही सही पर हुड्डा खेमे को सलाह देते हुए आपसी मतभेद भुला आगे बढ़ने की सलाह दी। हरियाणा कांग्रेस के दोबारा अध्यक्ष चुने जाने पर अशोक तंवर को उनके समर्थक हरियाण के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखने लगे हैं। रैली में छत्तीस बिरादरी व सर्व समाज की ओर से सिर पर पगड़ी बांधकर तंवर को प्रदेश में मुख्यमंत्री बनाने का आर्शीवाद दिया गया।
इस ‘विकल्प रैली में तंवर ने रैली के आयोजक विकास चौधरी को विकल्प के तौर पर पेश किया। तंवर ने कहा कि रैली ने हरियाणा में सत्ता परिवर्तन की शुरुआत आज फरीदाबाद की धरा से कर दी है, जिसका संदेश पूरे प्रदेश में जाएगा। तंवर कांग्रेस के दोबारा से प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद पहले दिन ही फरीदाबाद पहुंचे थे।
तंवर ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 2जी घोटाले का झूठा प्रचार व प्रसार कर जनता को भ्रमित कर सत्ता मेें आए भाजपाईयों का चेहरा अब जनता के समक्ष बेनकाब हो गया है क्योंकि 7 साल तक कोर्ट में जज साहब भी इस इंतजार में बैठे रहे कि आखिर ये भाजपाई कोई तो सबूत दे। भाजपाई 2जी भ्रष्टाचार का सबूत तो नहीं दे पाए, लेकिन अब देश में स्वच्छता अभियान के नाम 1 लाख 60 हजार करोड़ का बड़ा घोटाला ये भाजपाई कर रहे है वहीं नोटबंदी व जीएसटी के बाद प्रदेश की लगभग 90 हजार छोटी-बड़ी इकाईयां बंद होने के कगार पर पहुंच चुकी है और जिसमें कार्यरत लाखों-करोड़ों लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे है। उन्होंने प्रदेश के उद्योगमंत्री पर भी बड़ा हमला करते हुए कहा कि आज मैं जिस स्थान पर मंच से सभा को संबोधित कर रहा हूं, यह क्षेत्र प्रदेश के उद्योगमंत्री का विधानसभा क्षेत्र है, लेकिन बड़े शर्म की बात है कि कभी देश व विदेश में औद्योगिक नगरी के रुप में विख्यात फरीदाबाद से उद्योग पलायन कर रहे हैं। हालात यह है कि तीन साल के शासनकाल में यहां पर न मदर यूनिट, न फादर यूनिट यहां तक कि न ही कोई चाइल्ड यूनिट स्थापित हो पाई है, जिससे युवा बेरोजगारी के दलदल में फंसता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आम गरीब आदमी को बसाने का काम किया है, जबकि भाजपा सरकार में गरीबों के आशियाने उजाड़े जा रहे है। श्री तंवर ने मंच से ऐलान किया कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद के बाद पहली कलम से इन झुगगी-झोंपड़ी वालों को बसाने का काम किया जाएगा वहीं तिपहिया चालकों को भी अनाप-शनाप टैक्सों से मुक्ति दिलाई जाएगी वहीं वृद्धावस्था पैंशन, विकलांग व विधवा पैंशन की राशि 3 हजार रुपए मासिक की जाएगी। उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बयान पर हल्ला बोलते हुए कहा कि हरियाणा के लोग भाजपा के मंत्रियों-विधायकों को अब गुजरात के गधों पर बिठाकर रैली निकालने का काम करेंगे। वहीं उन्होंने प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल इनेलो पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता समझ चुकी है कि इनेलो सरकार की गोदी में बैठकर सत्ता में आने की फिराक में जुटी है, जिसका सपना कभी पूरा नहीं होगा।
रैली को संबोधित करते हुए रैली के आयोजक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी ने जहां अपने शब्दों में जनता का आभार जताया वहीं फरीदाबाद में व्याप्त समस्याओं को लेकर प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर को एक मांगपत्र सौंपते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा बसाए गए झुगगी-झोंपड़ी वाले लोगों को सत्ता में बैठे लोग आज परेशान करने में लगे है वहीं औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में हजारों की तादाद में ऑटो चलाकर अपना जीवन यापन करने वाले ऑटो चालकों के समक्ष रोजी रोटी का भी संकट पैदा हो गया है वहीं स्वदेशी का प्रचार करने वाला भाजपाई अब फरीदाबाद में चाईना की कंपनी ईको ग्रीन को सफाई का ठेका दिया है, जिससे यहां हजारों सफाई कर्मचारियों के घर में चूल्हा जलना भी बंद हो गया है। सरकार बनने के बाद कांग्रेस सर्वप्रथम ऐसे सभी लोगों को सहायता प्रदान करने का काम करें। रैली में पूर्वमंत्री ए.सी. चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष डा. राधा नरुला, ज्ञानचंद आहुजा, संजय सैफी, धर्मदेव आर्य, देबू भारद्वाज, प्रदेश सचिव सत्यवीर डागर, राजेंद्र शर्मा, ज्ञानचंद आहुजा, राकेश भड़ाना, ओमपाल टोंगर, गुडग़ांव नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर प्रोमिला गबलाना, गजे सिंह गहबाना, एस.एल. शर्मा, अनीशपाल, राजेश आर्य, सरदार परमजीत सिंह गुलाटी, नरेश गोदारा, मोहम्मद बिलाल, अब्दुल गफ्फार कुरैशी, नेत्रपाल अधाना, इंद्र दलाल, सविता चौधरी, मीना रानी, पंकज शर्मा, राजू धारीवाल, रेनू चौहान, रंजीत सिंह, संजय शर्मा, सोनू अलावलपुर, संजय सोलंकी, संजय त्यागी, मामचंद शर्मा, वासदेव अहेरिया, राजकुमार नेताजी, तुलसी प्रधान, हरीलाल प्रधान, गजेंद्र सिंह, आफताब खान, मालवती पांचाल, अशोक गर्ग सहित अनेकों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।