विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को चौंकाने वाला खुलासा किया। प्रवीण तोगड़िया ने अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया। तोगड़िया ने कहा कि उनकी आवाज दबाने और डराने का प्रयास किया जा रहा है। ने कहा कि राजस्थान और गुजरात के पुराने मामले निकालकर उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए तोगड़िया ने कहा, ‘मकर संक्राति के दिन मैं अपने कार्यालय में पूजा-पाठ कर रहा था, उसी समय एक व्यक्ति ने उन्हें आकर बताया कि पुलिस का काफिला उन्हें ले जाने के लिए आ रहा है। इसके कुछ देर बाद एक फोन आया जिसमें यही बात दोहरायी गई। इसके बाद मुझे संदेह हुआ और मैं रिक्शे में बैठकर अकेले कार्यालय से एयरपोर्ट के लिए निकला। मैं जयपुर जाकर कोर्ट के सामने पेश होना चाहता था।’ तोगड़िया ने कहा कि वह कानून का सम्मान करते हैं।
यह पूछे जाने पर कि उन्हें कौन फंसाने की साजिश रच रहा है, इस पर तोगड़िया ने कहा कि वह हिंदुओं की आवाज उठाते आए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा जीवन रहे या न रहे, गोरक्षा और राम मंदिर के लिए मैं अकेले भी लड़ता रहूंगा। मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। मेरी आवाज दबाने का प्रयास न किया जाए। मैंने अपने गिरफ्तारी वारंट के बारे में राजस्थान और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की और मुझे पता चला कि उन्हें मेरी गिरफ्तारी वारंट के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ विहिप नेता ने कहा कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस बात की जानकारी न होना यह संकेत है कि मेरे खिलाफ कोई साजिश रच रहा है।
तोगड़िया ने कहा, ‘कोई चाहता है कि मेरा जीवन अब जेलों में गुजरे। इसलिए देश भर से पुराने मामले निकालकर मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है।’ तोगड़िया ने कहा कि उन्हें गुजरात और राजस्थान पुलिस से कोई शिकायत नहीं है। तोगड़िया ने पुलिस से किसी राजनीतिक दबाव में न आने की अपील की।
उन्होंने कहा कि अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है। डॉक्टर जैसे ही उन्हें अनुमति देंगे वह कोर्ट के सामने पेश होंगे। वह न्यायालय का सम्मान करते हैं।
बोलने की हालत में नहीं थे प्रवीण तोगड़िया
चंद्रमणि अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर रूप कुमार अग्रवाल के अनुसार तोगड़िया को अस्पताल में अचेत अवस्था में लाया गया था। उन्हें रात 9.20 बजे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉ अग्रवाल का कहना है कि ‘उनकी हालत में सुधार हो रहा है। हालांकि अभी वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं। उनका हृदय रोग का इतिहास रहा है। लिहाजा इको-2डी जांच की गई है। बाकी जरूरी जांचें बाद में की जाएंगी।’
अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक हाइपोग्लाइसीमिया (कम शुगर लेवल) की शिकायत के बाद तोगड़िया बेहोश हो गए। अचेत अवस्था में मिले वीएचपी नेता को इलाज के लिए चंद्रमणि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें 108 ऐंबुलेंस के जरिए अस्पताल लाया गया।
तोगड़िया को मिली है जेड प्लस सुरक्षा
तोगड़िया को सुबह 10:45 बजे आखिरी बार ऑटो रिक्शा में एक दाढ़ी वाले शख्स के साथ जाता देखा गया था। लेकिन जेड प्लस सुरक्षा होने के बावजूद उनका अचानक से लापता होना बहुत से सवाल खड़े करता है। सुरक्षा कर्मियों की मुस्तैदी के बीच से वो कहां गायब हो गए।
उनके गायब होने का दावा करते हुए वीएचपी ने प्रदर्शन किया और उनका पता लगाए जाने की मांग की। विहिप ने दावा किया था कि राजस्थान पुलिस ने एक प्रकरण के सिलसिले में 62 वर्षीय तोगड़िया को हिरासत में लिया है लेकिन पुलिस ने इस बात से इनकार किया।
महज दस दिन पहले ही तोगड़िया ने आरोप लगाया था कि ‘भाजपा में शीर्ष बैठा व्यक्ति’ उन्हें हत्या के एक मामले में फंसाने की कोशिश कर रहा है। विहिप के लगभग पचास कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यह कहते हुए अहमदाबाद के एक थाने पर हंगामा किया कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान की पुलिस के साथ मिलकर विहिप के अतंरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को अपनी हिरासत में लिया है। उनका कहना है कि तोगड़िया को दस साल पुराने हत्या के एक मामले में हिरासत में लिया गया है।
स्थानीय सोला थाने के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान पुलिस का एक दल एक पुराने मामले में सरकारी अधिकारी द्वारा लागू आदेश की अवज्ञा करने से जुड़ी आईपीसी की धारा 188 के तहत तोगड़िया के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की तामील करने आज आया था लेकिन विहिप नेता अपने आवास पर नहीं मिले।
विहिप की गुजरात इकाई के महासचिव रणछोड़ भारवाड ने कहा, ‘हमारे अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया आज सुबह 10 बजे से लापता हैं। उनके अता-पता की जानकारी रखने और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की है।