सावधानी हटी, दुर्घटना घटी! क्रिकेट में यह बाद बहुत ही अच्छी तरह से लागू होती है। युवा ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के साथ सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे दुसरे टेस्ट के तीसरे दिन ऐसा ही हुआ। हार्दिक पंड्या ने बेपरवाही से ज्यादा आरामतलबी दिखाई, जो उन्हें रन आउट करा गई, लेकिन अपने समय के दिग्गज क्रिकेटर ने इसे हार्दिक पंड्या का घमंड करार दिया। वहीं, इस दिग्गज क्रिकेटर के अलावा महान कप्तान सुनील गावस्कर ने हार्दिक के अंदाज को अक्षम्य करार दिया।
दरअसल बात यह थी कि हार्दिक पंड्या ने एक रन लेने की कोशिश की, लेकिन विराट कोहली के वापसे भेजने पर हार्दिक पॉपिंग क्रीज के नजदीक पहुंचते ही उनका अंदाज ऐसे हो गया कि मानो वह पार्क में टहल रहे हों। फील्डर का थ्रो निशाने पर लगा, तो हार्दिक तो क्रीज के अंदर थे, लेकिन उनका पैर और बैट दोनों ही हवा में थे। कुल मिलाकर हार्दिक पंड्या का अति विश्वास उन्हें डुबो गया, और वह तब आउट हुए, जब टीम इंडिया को उनकी बहुत ही ज्यादा जरुरत थी। इस पर कमेंटरी कर रहे सुनील गावस्कर ने तुरंत ही कहा, ‘यह पूरी तरह अक्षम्य है।’
लेकिन अपने समय के दिग्गज बल्लेबाज रहे और नामी गिरामी कमेंटेटर संजय मांजरेकर हार्दिक की आलोचना करने में सुनील गावस्कर से मीलों आगे निकल गए। मांजेरकर ने कमेंटरी के दौरान कहा , ‘आत्मविश्वास और अहंकार के बीच एक महीन रेखा होती है। आप सचिन तेंदुलकर को देखिए कि वह कितने अति प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे, लेकिन उनके भीतर कभी भी अहंकार नहीं था’, मांजरेकर बोले, ‘यह पंड्या का अहंकार हो सकता है, जिसने उन्हें वापस लौटने में आरामतलब बनाने में योगदान दिया’
वास्तव में हार्दिक पंड्या के आउट होने के अंदाज से करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों को बहुत ही निराशा हुई, लेकिन जिस अंदाज में गावस्कर और संजय मांजरेकर ने उन पर निशाना साधा है, वह उससे सबक लेते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।