फरीदाबाद। सत्संग आयोजित करने वाले मथुरा निवासी युवराज महाराज को एक महिला के साथ बलात्कार और अप्राकृतिक कुकर्म करने के आरोप में अदालत ने 14 दिन की न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। महाराज पर महिला की जमीन हडपने का भी आरोप है। वहीं महाराज के समर्थक समझौते का दबाव बनाते हुए दिनभर पीडिता के घर के बाहर डेरा डाले बैठे रहे। बता दें कि कार्यवाही न होने से परेशान पीडिता ने एसीपी कार्यालय में बीतेदिन जहर खा लिया था।
पुलिस के मुताबिक संजय कालोनी निवासी एक महिला ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि उसकी जान पहचान पड़ोस में रहने वाली धनदेवी नामक महिला के माध्यम से मथुरा निवासी संत युवराज महाराज से हुई थी। इस बाबा से प्रभावित होकर उसने उसे अपना गुरू बना लिया था। उसी दौरान एक दिन धनदेवी उसे बुला कर अपने घर ले गई। जहां युवराज महाराज पहले से ही मौजूद था। वह युवराज महाराज से बात करने लगी। तभी धनदेवी ने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और टीवी की आवाज बढ़ा दी। तभी युवराज महाराज ने उसे दबोच लिया और अश्लील हरकत करने लगा। विरोध करने पर आरोपी ने उसे डरा धमका कर चुप करवा दिया। जिसके बाद आरोपी ने उसके साथ अप्राकृतिक कुकर्म करना शुरू कर दिया। बाद में आरोपी ने यह बात किसी को न बताने की हिदायत दी। पिछले दिनों युवराज महाराज ने धोखे से एग्रीमेंट कागज पर हस्ताक्षर करवा कर उसकी जमीन जायदाद हड़प ली। बुधवार की शाम को युवराज उसके घर आया और दबोच कर अश्लील हरकत करने लगा। विरोध करने पर आरोपी मारपीट करते हुए उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करने लगा। वह उससे छूट कर धनदेवी के घर पहुंची तो धनदेवी के बेटे दीपक और बबलू उसके पीछे डंडे लेकर दौड़ पड़े। उसने संजय कालोनी पुलिस चौकी में शिकायत दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी युवराज महाराज को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दूसरी तरफ इस मामले में युवराज महाराज के समर्थक सुबह से ही पीडि़ता के घर पर डेरा डाल कर बैठ गए। यह समर्थक दिनभर पीडि़ता पर समझौता करने का दवाब बनाते रहे। समाचार लिखे जाने तक यह लोग उसे समझौते के तैयार करने में सफल नहीं हो पाए।